जीएसटी की गणना कैसे करें?

जैसा की हम जानते है की जीएसटी क्या होता है? जीएसटी एक प्रकार का टैक्स (कर) होता है जो कि माल और सेवा की आपूर्ति के लिए लगाया जाता है। जीएसटी के अंतर्गत जब व्यक्ति कुछ वस्तु खरीदता है, या किसी सेवा का इस्तेमाल करता है। तो उस व्यक्ति को जीएसटी कर देना होता है। जैसा की आपको पता है, की भारत देश में जीएसटी लागू हो गयी है, जिससे भारत देश की पूरी अर्थव्यवस्था बदल गयी है। जीएसटी के आते ही भारत देश से सभी प्रकार के टैक्सों को हटा दिए, जैसे की केंद्र टैक्स, राज्य टैक्स आदि। अब सिर्फ एक ही टैक्स है, जीएसटी। लेकिन आपको बता दें की जीएसटी की गणना करना काफी हद तक मुश्किल है।

जीएसटी की गणना
जीएसटी की गणना

क्योंकि जीएसटी की गणना ने हर किसी के पसीने छूटा रखे है, जिसकी वजह है की जीएसटी की गणना करना हर श्रेणी के व्यापारियों के समझ से बाहर थी। इसीलिए इसकी वास्तविक जानकारी के लिए आइये अब हम बात करते है जीएसटी की गणना कैसे करें?

जीएसटी स्लैब दर क्या है?

जीएसटी कर ने टैक्स की बिलिंग को इतना जटिल बना दिया, की यह दुकानदारों और व्यापारियों के लिए टेढ़ी खीर बन गयी। क्योकि दुकानदारों के लिए यह टैक्स सिस्टम बिलकुल नया था, और जिससे उन्हें इसको समझने में बहुत दिक्कत हुई। इसकी एक मात्र वजह थी, जीएसटी की स्लैब दर। जीएसटी के अंदर अलग-अलग प्रॉडक्ट्स (उत्पादों) के लिए अलग-अलग टैक्स स्लैब दर रखी गयी है, जो कि जीएसटी गणना को जटिल बनाते है। जीएसटी की यह स्लैब दर (0%, 5%, 12%, 18%, 28%) कुछ इस प्रकार है

1. जीएसटी की स्लैब दर 5%

जीएसटी की स्लैब दर 5 % यह जीएसटी स्लैब की पहली दर है। यह दर आम उपयोग की उन सभी छोटी-छोटी वस्तुओ पर लगायी जाती है। जिन्हे आप अपने दैनिक उपयोग के लिए इस्तेमाल करते है। अतः इन सभी प्रकार की दैनिक वस्तुओं के अंतर्गत आप –

  • चीनी
  • चायपत्ती
  • भुने हुई कॉफी बीन्स
  • खाने योग्य तेल
  • बच्चों के लिए मिल्ड फूड (हल्का भोजन)
  • पैक्ड (डिब्बाबंद) पनीर
  • सूती धागा
  • फैब्रिक (कपडा)
  • 500 रुपये तक की फुटवेयर
  • न्यूजप्रिंट (अखबारी कागज)
  • पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) के तहत मिलने वाला केरोसिन
  • घरेलू एलपीजी (गैस)
  • कोयला

आदि वस्तुओ को खरीदते है, तो आपको इस प्रकार के सभी सामान पर जीएसटी की दर 5% से टैक्स अदा करना जरुरी होता है। क्योंकि इस प्रकार की सभी वस्तुए जीएसटी की 5% स्लैब दर में आती है।

2. जीएसटी की स्लैब दर 12%

इस क्रम में दूसरे स्थान पर आती है जीएसटी की स्लैब दर 12% इस स्लैब दर के अंतर्गत आने वाली वस्तुओं में से हम जब भी कोई वस्तु या सामान खरीदते है तब हमें मूलराशि के साथ यह दर चुकानी होती है जैसे की –

  • मक्खन
  • देसी घी
  • काजू
  • बादाम
  • सॉस (टमाटर का)
  • फलों का जूस
  • नारियल पानी
  • अगरबत्ती
  • छाता
  • मोबाइल

आदि प्रकार का सामान ख़रीदते है, तो आपको इन सभी वस्तुओं पर सरकार द्वारा निर्धारित जीएसटी स्लैब की दर 12% से टैक्स अदा करना अनिवार्य होता है।

3. जीएसटी की स्लैब दर 18%

जीएसटी की तीसरी स्लैब दर जो की भारत सरकार द्वारा 18 प्रतिशत रखी गयी है। इसके अंतर्गत आने वाली कुछ बहुराष्ट्रीय कंपनियों तथा औद्योगिक मध्यवर्ती कंपनियों (बिचौलियों) के द्वारा निर्मित सभी उत्पाद या वस्तुए जैसे की –

  • हेयर ऑयल
  • पास्ता
  • कॉर्न फ्लेक्स
  • जैम
  • सूप
  • आइसक्रीम
  • टॉयलेट / फेशियल टिश्यू
  • आयरन / स्टील
  • साबुन
  • टूथपेस्ट
  • कैपिटल गुड्स (कच्चा माल)
  • फाउंटेन पेन
  • कंप्यूटर
  • मानव निर्मित फाइबर

आदि आते है, जब आप कुछ इस प्रकार के सामान बाजार से खरीदते है तो आपको इनकी मूल राशि के साथ जीएसटी टैक्स स्लैब की 18% दर के तहत कर देना होता है।

4. जीएसटी की स्लैब दर 28%

जीएसटी की स्लैब दर 28% इस क्रम में जीएसटी स्लैब की सबसे अंतिम दर निर्धारित की गयी है। साथ ही इस दर के बाद जीएसटी में कोई अन्य दर नहीं राखी गयी है। इस दर के अंतर्गत जब आप निम्नलिखित में से कोई भी वस्तु खरीदते है जैसे –

  • सीमेंट
  • च्युइंग गम
  • कस्टर्ड पाउडर
  • परफ्यूम
  • बालों का शैंपू
  • पटाखे या आतिशबाजी
  • मेकअप का सामान
  • मोटरसाईकल

आदि प्रकार का कोई भी सामान जब व्यक्ति खरीदता है, तो उसे जीएसटी की अंतिम और सबसे बड़ी स्लैब दर 28% के अंतर्गत जीएसटी टैक्स देना होता है।

और पढ़े :- जीएसटी टैक्स की दर क्या है?

जीएसटी की गणना कैसे करें?

जीएसटी की गणना को आसान बनाए के लिए विशेषज्ञों ने इसके कुछ सूत्र दिए है। इन सूत्रों की सहायता से आप बड़ी आसानी से जीएसटी की गणना कर सकते है। परन्तु जीएसटी की गणना के लिए इन सूत्रों का प्रयोग कैसे करे? आइये जानते है। साथ ही इसके लिए हम आपको यह सूत्र एक उदाहरण के साथ समझायेंगे जिससे आपको इनका प्रयोग कुछ बेहतर प्रकार से समझ आ जायेगा।

जीएसटी गणना के लिए फॉर्मूला (सूत्र)

यह सूत्र बेहद आसान है जिनसे कोई भी निर्माता, थोक व्यापारी और फुटकर विक्रेता अपने उत्पाद के मूल्य की जीएसटी गणना कर सकता है। और बड़ी आसानी से वह निम्न सूत्र की सहायता से उत्पादों के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) का निर्धारण कर सकता है।

1. जहां जीएसटी आपूर्ति मूल्य में शामिल नहीं है :

  • जीएसटी राशि = (आपूर्ति मूल्य x जीएसटी %) / 100
  • वसूला जाने वाला मूल्य = आपूर्ति मूल्य + जीएसटी राशि
  • असल मूल्य = वसूला जाने वाला मूल्य – जीएसटी राशि

2. जहां जीएसटी को आपूर्ति मूल्य में शामिल किया गया है:

  • जीएसटी राशि = आपूर्ति मूल्य – [आपूर्ति मूल्य x { (100 + जीएसटी दर )/100 }]

जीएसटी गणना का उदाहरण

मान लीजिए आपने चॉकलेट का पैकेट खरीदा है। इसका आपूर्ति का मूल्य 100 रुपये है। इस पर जीएसटी की स्लैब दर 5% है तो इसका मतलब यही है कि 100 रुपए में 5% जीएसटी की दर भी शामिल है।

आपके सामान पर जीएसटी राशि के फार्मूला 1 से लागु दर निम्नलिखित होगी :

  • जीएसटी राशि = (100*5) / 100 = 5
  • वसूला जाने वाला मूल्य (MRP) = 100 + 5 = 105

आपके सामान पर जीएसटी राशि के फार्मूला 2 से लागु दर निम्नलिखित होगी :

  • जीएसटी राशि = 100 – [100 * { (100 + 5) / 100 }] = 5
  • अगर इस चॉकलेट के पैकेट पर 5% जीएसटी है और MRP 100 रुपये है,
  • तो 95.23 रुपए इसकी कीमत हुई और बाकी का हिस्सा जीएसटी का हुआ।
image source : jagran

जीएसटी गणना करते समय ध्यान दें

  • आप किस महीने के जीएसटी टैक्स की गणना कर रहे हैं?
  • महीने का जीएसटी रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख क्या थी?
  • रिटर्न फाइल करने की ठीक तारीख क्या है?
  • पूरे महीने में आपका कुल कितना टैक्स बन रहा है?

जीएसटी कैलकुलेटर

जीएसटी के आवेदन के बाद आपके उत्पाद या सेवा की लागत कितनी होगी? इसकी गणना करने में काफी मश्कत करनी पड़ती है। इसलिए जीएसटी गणना ने सभी के सिर के बाल खड़े कर दिए है। हालाँकि जीएसटी गणना को और भी आसान बनाने के लिए एक मुफ्त ऑनलाइन भारतीय जीएसटी कैलकुलेटर उपलब्ध है। जो की आपको जीएसटी की जटिल गणना से राहत प्रदान करेगा। क्योंकि आप जानते है की भारत में जीएसटी कर को लागु करके भारत से सभी अन्य करों को हटा दिया गया है। जिसके बाद वर्तमान समय में अब भारत में सिर्फ एक ही कर प्रणाली बाकी है, जीएसटी।

ऑनलाइन उपकरण की सहयता से जीएसटी की गणना करने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें।

जीएसटी कैलकुलेटर के लाभ

जीएसटी कैलकुलेटर इस्तेमाल करना बेहद आसान है क्योंकि इसमें आपको सिर्फ अपना मूल्य लिखना होता है। जिससे आपको यह जीएसटी कैलकुलेटर प्रतिशत-आधारित जीएसटी दरों पर कुल मूल्य का पता लगाने में मदद करता है। इसमें आपको मूल्य अंकित करने के बाद सर्कार द्वारा निर्धारित दरों में से किसी एक का चयन करना होता है। ऐसा करने से जीएसटी कैलकुलेटर आपकी समय की बचत करता है, और वस्तुओं तथा सेवाओं की कुल लागत की गणना करते समय मानवीय त्रुटि की संभावना को भी काफी हद तक कम करता है। जिससे यह आपको एक सही मूल्यांकन बहुत कम समय में करके देता है।

तो अब आप समझ ही गए होंगे की जीएसटी कैलकुलेटर ने जीएसटी गणना को काफी आसान कर दिया है। क्योंकि इस गणना ने सबके पसीने निकाल रखे थे। इसलिए जीएसटी कैलकुलेटर की वजह से यह गणना अब काफी सहज और आसान हो गयी। जिसका फायदा सभी व्यापारियों और जीएसटी से सम्बन्ध रखने वाली लोगों को हुआ है।

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