जीएसटी में API एक्सेस क्या है? जानिए-एपीआई को सक्षम / अक्षम कैसे करें

जैसा की आप जानते ही है, की जीएसटी कर प्रणाली एक उच्च टैक्स सिस्टम है। वस्तु सेवा कर को उच्च और विशिष्ट बनाने का श्रये API को जाता है। API एक एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफ़ेस होता है। जो की इस टैक्स योजना को उपयोग करने वाले को उसके अनुसार सुविधा प्रदान करती है। भारत में गुड्स एंड सर्विस कर में एपीआई सभी करदाताओं को कर सम्बंधित जानकारिया से वाकिफ कराती है। तो आईये जानते है, इस लेख में की जीएसटी में एपीआई एक्सेस क्या होती है? व एपीआई का वस्तु एवं सेवा कर में क्या कार्य है? और जीएसटी में एपीआई को सक्षम / अक्षम कैसे करें।

जीएसटी में API एक्सेस क्या है?
जीएसटी में API एक्सेस क्या है?

जीएसटी में एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस एक्सेस क्या है?

जीएसटी में एपीआई एक रैस्टफुल एपीआई है। जो सभी करदाता संबंधित कार्यात्मकताओं के लिए सेवाएं प्रदान करता है। इसमें भुगतान पर जानकारी, जीएसटी रिटर्न भरना, गुड्स और सेवा कर के तहत पंजीकरण, और टैक्स बिल देखने तथा अधिक जानकारी जैसी सेवाएं शामिल हैं। वस्तु एंड सेवा कर में जीएसटी पोर्टल का प्रयोग करने के लिए उसकी जानकारी समझने के लिए जीएसटी में एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस उपयोग किया जाता है।

Restful API, एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफ़ेस का एक भाग होता है जो HTTP के अनुरोधों को उठता है, लगता है, और आपके हटाए हुए डेटा का उपयोग करता है।

जीएसटी में एपीआई द्वारा प्रदान कार्य क्षमताये क्या है?

गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी), एपीआई (एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस) विभिन्न कार्यात्मकताओं से संबंधित सभी करदाताओं को सेवा प्रदान करता है। इसमें निम्न शामिल हैं: –

इस जीएसटी डेवलपर पोर्टल का उपयोग करके, एप्लिकेशन डेवलपर्स को अपने अनुप्रयोगों में जीएसटी एपीआई को समझने, उपयोग करने और उपभोग करने में मदद करने के लिए दिया जाता है। गुड्स एंड सर्विस टैक्स नेटवर्क (GSTN) के लिए एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस (एपीआई) जारी किया गया है।

जीएसटीएन सेवा प्रदाताओं की एक प्रणाली का उत्पादन करता है, जिसे जीएसटी सुविधा प्रदाता (जीएसपी) कहा जाता है जो आवेदन, मोबाइल ऐप और कर दाखिल करने के लिए बनाया गया है। और जिसके माध्यम से यह प्रक्रिया होती है उसे एप्लीकेशन सुविधा प्रोवाइडर (एपीएस) कहा जाता है।

जीएसटी में एपीआई का क्या काम है?

जीएसटी के तहत जीएसटी पोर्टल पर एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस मॉडूयल के रूप में कार्य करता है। हर मॉडूयल का अपना अलग काम होता है और उस काम से करदाताओं को उनके अनुदिश सेवा प्रदान करते है, जिन में से कुछ मॉडूयल निम्नलिखित है :

  • करदाता और कर सलाहकार के स्नातक :- यह मॉड्यूल सभी नए पंजीकरणों, नए पंजीकरण में बदलाव, पंजीकरण की अस्वीकृति, रद्द करने और पंजीकरणों के आत्मसमर्पण आदि का ध्यान रखेगा।
  • रिटर्न :- मॉड्यूल विभिन्न चालान जैसे स्वीकार, अस्वीकार, प्रतिपक्ष चालान, निल रिटर्न और संशोधित रिटर्न उत्पन्न करने के लिए अपलोड और अपडेट करेगा।
  • भुगतान :- मॉड्यूल समूह की सभी कंपनियों के चालान, भुगतान इतिहास, रिवर्स चार्ज के तहत भुगतान और दृश्य चालान बनाएगा, जिनके पास एक ही पैन (स्थायी खाता संख्या) है।
  • बही खाता :- रखरखाव: मॉड्यूल कर भुगतान के लिए नकदी और रिटर्न की गणना व इनपुट टैक्स क्रेडिट के उपयोग को दिखाएगा।
  • विविधता :- मॉड्यूल में करदाता और कर सलाहकार खोज, सूचनाएं और अलर्ट आदि भी शामिल होंगे।

जीएसटी में API को सक्षम करना क्यों ज़रूरी है ?

गुड्स एंड सर्विस कर के तहत API एक्सेस प्रवेश को सक्षम करने से करदाता को रिटर्न दाखिल करने जैसी जीएसटी अनुपालन संबंधी गतिविधियों को करने के लिए किसी भी एएसपी (एप्लीकेशन सुविधा प्रोवाइडर)/ जीएसपी की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। एएसपी / जीएसपी सेवाओं का उपयोग करने के लिए, करदाताओं को एएसपी / जीएसपी के लिए एपीआई तक पहुंच की अनुमति देने की आवश्यकता है। यह एक अतिरिक्त सुरक्षा सुविधा है, जो करदाताओं को जीएसटी पोर्टल पर अपने खाते के लिए एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस एक्सेस को नियंत्रित करने की अनुमति देता है। किसी भी समय करदाता एपीआई एक्सेस के लिए “नहीं” चुन सकते हैं। ऐसा करने से एएसपी / जीएसपी एप्लिकेशन को जीएसटी पोर्टल तक पहुंचने के लिए उसकी क्रेडिट का उपयोग करने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। यह एक सुरक्षा सुविधा है जिसे आपकी जानकारी के किसी भी अनधिकृत उपयोग को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

जीएसटी में एपीआई एक्सेस प्रवेश को सक्षम / अक्षम कैसे करें?

जैसा की आप जानते ही है, की जीएसटी में एपीआई का क्या कार्य होता है। यह पोर्टल अपने अनुप्रयोगों में जीएसटी एपीआई को समझने और उपयोग करने व उपभोग करने में मदद करने के लिए प्रदान किया जाता है। इसलिए, ऑटोटेक्स से इन सेवाओं का उपयोग करने के लिए, एक उपयोगकर्ता को जीएसटी एपीआई एक्सेस को सक्षम करना होगा। अपने पोर्टल के माध्यम से जीएसटी में API एक्सेस प्रवेश को सक्षम / अक्षम करने की प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में दी गयी है। आप इस चरणों का पालन करें :

1. जीएसटी पोर्टल पर जाये

एपीआई (API) को एक्सेस देने के लिए, सबसे पहले सभी यूजर को जीएसटी के पोर्टल पर जाना होता है। पोर्टल पर जाने के लिए इस दी हुई लिंक https://www.gst.gov.in/ पर क्लिक करें। जैसे ही आप क्लिक पर क्लिक करते है , तो आपके सिस्टम पर जीएसटी पोर्टल खुल जाता है। और पोर्टल खुलने के बाद आपको दायी तरफ कॉर्नर पर दिए गए Login विकल्प पर क्लिक करना है। क्लिक करने के बाद आपके सामने एक लॉगिन पोर्टल खुलता है।

जीएसटी पोर्टल होम पेज
जीएसटी पोर्टल होम पेज

2. लॉगिन (Login) करें

लॉगिन विकल्प के चयन के बाद आपके सामने एक लॉगिन पोर्टल खुल जाता है। जिस पर आपको username, password और कैपचा कोड भरना होता है। यह सभी जानकारी भरने के बाद login बटन पर क्लिक करना होगा।

लॉगिन पेज
लॉगिन पेज

3. माय प्रोफाइल (My profile) पर जाये

Login बटन के चयन के बाद आपके सामने डैशबोर्ड पेज खुलता है। जिस पर आपके जीएसटी खाता से संबंधित जानकारिया होती है। जिसने दायी तरफ My Profile का एक विकल्प दिखाई देगा। जिस पर आपको क्लिक करना है।

जीएसटी डैशबोर्ड पेज
जीएसटी डैशबोर्ड पेज

4. Manage API Access पर जाये

जब आप माय प्रोफाइल के विकल्प का चयन करते है, तो आपके सामने profile बॉक्स खुलता है जिस पर आपके अकाउंट से सम्बंधित सभी जानकारी होती है। और प्रोफाइल बॉक्स के साइड में एक QuickLinks बॉक्स होता है जिसमे से आपको Manage API Access का चयन करना होता है।

जीएसटी में एपीआई प्रोफाइल बॉक्स
जीएसटी में एपीआई प्रोफाइल बॉक्स

5. API एक्सेस को सक्षम / अक्षम करना

जब आप Manage API Access विकल्प का चयन करते है, तो एक पेज खुलता है। जिसमे हमको API Access को खुद के अनुसार सक्षम / अक्षम में बदलना होता है। तो बदलने के लिए चरण है :

1. API एक्सेस को सक्षम करने के लिए :-

API एक्सेस को सक्षम करने के लिए Enable API Request विकल्प के आगे आने दो गोले विकल्प मे से “YES” वाले गोले का चयन करें। चयन करने के बाद Duration के चयन करने के लिए ड्रोपसूची बॉक्स से 30 days का चयन करें। और फिर CONFIRM बटन का चयन करे।

2. API एक्सेस को अक्षम करने के लिए :-

API एक्सेस को अक्षम करने के लिए Enable API Request विकल्प के आगे आने गोले विकल्प से “NO” वाले गोले का चयन करें। साथ ही Duration के चयन करने के लिए ड्रोपसूची बॉक्स से 30 days का चयन करें। और फिर CONFIRM बटन का चयन करे।

नोट :- जब आप Duration का चयन करते है तो सत्र का समय निर्धारित करेगा कि ओटीपी के माध्यम से प्रत्येक प्रमाणीकरण कब तक मान्य होगा।

उदाहरण के लिए, यदि 6 घंटे का चयन किया जाता है, तो GSTN से जुड़ने के लिए एक OTP सत्यापन 6 घंटे के लिए मान्य होगा। 6 घंटे की समाप्ति पर, एक और ओटीपी उत्पन्न करना होगा और कनेक्शन को खुला रखने के लिए मान्य होना चाहिए।

 जीएसटी में एपीआई में सक्षम / अक्षम करना
जीएसटी में एपीआई में सक्षम / अक्षम करना

इस प्रकार आप अपने जीएसटी पोर्टल पर API एक्सेस को सक्षम / अक्षम कर सकते है।

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